Ameth:- जनपद में सुना गया मन की बात* गौरीगंज अमेठी। आज प्रधानमंत्री जी के 101 वें मन की बात एपिसोड को जनपद के सभी कार्यकर्ता ने बूथों पर सुना जनपद के प्रमुख कार्यकर्ता नेता सबके साथ बैठकर मन की बात को सुना। प्रमुख रूप से जिला अध्यक्ष भाजपा दुर्गेश त्रिपाठी पूर्व जिला अध्यक्ष भाजपा दयाशंकर यादव जिला कोषाध्यक्ष राम प्रसाद मिश्रा जिला उपाध्यक्ष उपमा सरोज जिला उपाध्यक्ष भवानी दीक्षित प्रवीण सिंह अंजनी सिंह जिला महामंत्री सुधांशु शुक्ला राकेश त्रिपाठी भागीरथी मौर्य जिला मंत्री कुमार अमर सिंह प्रभात शुक्ला अमरनाथ पासी अजय विश्वकर्मा नीलम भारती अशोक मौर्य अतुल सिंह मनोज जायसवाल जिला प्रवक्ता चन्द्रमौलि सिंह सहित सभी प्रमुख लोगों ने सुना। प्रधानमंत्री जी के 101 वें एपिसोड में प्रमुख विषय पर प्रकाश डाला : 'मन की बात’ में एक बार फिर, आप सभी का बहुत-बहुत स्वागत है | इस बार ‘मन की बात’ का ये एपिसोड 2nd century का प्रारंभ है | पिछले महीने हम सभी ने इसकी special century को Celebrate किया है | आपकी भागीदारी ही इस कार्यक्रम की सबसे बड़ी ताकत है | 100वें एपिसोड के Broadcast के समय, एक प्रकार से पूरा देश एक सूत्र में बंध गया था | हमारे सफाईकर्मी भाई-बहन हों या फिर अलग-अलग sectors के दिग्गज, ‘मन की बात’ ने सबको एक साथ लाने का काम किया है| आप सभी ने जो आत्मीयता और स्नेह ‘मन की बात’ के लिए दिखाया है, वो अभूतपूर्व है, भावुक कर देने वाला है | जब ‘मन की बात’ का प्रसारण हुआ, तो उस समय दुनिया के अलग-अलग देशों में, अलग-अलग Time zone में, कहीं शाम हो रही थी तो कहीं देर रात थी, इसके बावजूद, बड़ी संख्या में लोगों ने 100वें एपिसोड को सुनने के लिए समय निकाला | मैंने हजारों मील दूर New Zealand का वो विडियो भी देखा, जिसमें 100 वर्ष की एक माताजी अपना आशीर्वाद दे रही हैं | ‘मन की बात’ को लेकर देश-विदेश के लोगों ने अपने विचार रखे हैं | बहुत सारे लोगों ने Constructive Analysis भी किया है | लोगों ने इस बात को appreciate किया है कि ‘मन की बात’ में देश और देशवासियो की उपलब्धियों की ही चर्चा होती है | मैं एक बार फिर आप सभी को इस आशीर्वाद के लिए पूरे आदर के साथ धन्यवाद देता हूं | मेरे प्यारे देशवासियो, बीते दिनों हमने ‘मन की बात’ में काशी- तमिल संगमम की बात की, सौराष्ट्र-तमिल संगमम की बात की | कुछ समय पहले ही वाराणसी में, काशी-तेलुगू संगमम भी हुआ | एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना को ताकत देने वाला ऐसे ही एक और अनूठा प्रयास देश में हुआ है | ये प्रयास है, युवा संगम का | मैंने सोचा, इस बारे में विस्तार से क्यों न उन्हीं लोगों से पूछा जाए, जो इस अनूठे प्रयास का हिस्सा रहे हैं | इसलिए अभी मेरे साथ फ़ोन पर दो युवा जुड़े हुए हैं - एक हैं अरुणाचल प्रदेश के ग्यामर न्योकुम जी और दूसरी बेटी है बिहार की बिटिया विशाखा सिंह जी | आइए पहले हम ग्यामर न्योकुम से बात करते हैं | प्रधानमंत्री जी : ग्यामर जी, नमस्ते ! ग्यामर जी : नमस्ते मोदी जी ! प्रधानमंत्री जी : अच्छा ग्यामर जी जरा सबसे पहले तो मैं आपके विषय में जानना चाहता हूँ | ग्यामर जी – मोदी जी सबसे पहले तो मैं आपका और भारत सरकार का बहुत ही ज्यादा आभार व्यक्त करता हूँ, कि आपने बहुत कीमती Time निकाल के मुझ से बात करने का मुझे मौका दिया मैं National Institute Of Technology, Arunachal Pradesh में First year में Mechanical Engineering में पढ़ रहा हूँ प्रधानमंत्री जी : और परिवार में क्या करते हैं पिताजी वगैरह | ग्यामर जी : जी मेरे पिताजी छोटे मोटे business और उसके बाद कुछ farming में सब करते हैं | प्रधानमंत्री जी : युवा संगम के लिए आपको पता कैसे चला, युवा संगम में गए कहाँ, कैसे गए, क्या हुआ ? ग्यामर जी : मोदी जी मुझे युवा संगम का हमारे जो institution हैं जो NIT हैं उन्होंने हमें बताया था कि आप इसमें भाग ले सकते हैं | तो मैंने फिर थोड़ा internet में खोज किया फिर मुझे पता चला कि ये बहुत ही अच्छा Programme है जिसने मुझे एक भारत श्रेष्ठ भारत का जो visionहै उसमें भी बहुत ही योगदान दे सकते हैं और मुझे कुछ नया चीज़ जानने का मौका मिलेगा ना, तो तुरंत, मैंने, फिर, उसमें website में जाके enrol किया | मेरा अनुभव बहुत ही मजेदार रहा, बहुत ही अच्छा था | प्रधानमंत्री जी : कोई selection आप को करना था? ग्यामर जी : मोदी जी जब website खोला था तो अरुणाचल वालों के लिए दो option था | पहला था आँध्रप्रदेश जिसमें IIT तिरुपति था और दूसरा था Central University, Rajasthan तो मैंने राजस्थान में किया था अपना First preference, Second Preference मैंने IIT तिरुपति किया था | तो मुझे राजस्थान के लिए select हुआ था | तो मैं राजस्थान गया था | प्रधानमंत्री जी : कैसा रहा आपका राजस्थान यात्रा? आप पहली बार राजस्थान गए थे! ग्यामर जी : हाँ मैं पहली बार अरुणाचल से बाहर गया था मैंने तो जो राजस्थान के किले ये सब तो मैंने बस फिल्म और फ़ोन में ही देखा था न, तो, मैंने, जब, पहली बार गया तो मेरा experience बहुत ही वहां के लोग बहुत ही अच्छे थे और जो हमें treatment दिया बहुत ही ज्यादा अच्छे थे | क्या हमें नया-नया चीज़ सीखने को मिला मुझे राजस्थान के बड़े झील और उधर के लोग जैसे कि rain water harvesting बहुत कुछ नया-नया चीज़ सीखने को मिला, जो मुझे बिलकुल ही मालूम नहीं था, तो, ये programme मुझे बहुत ही अच्छा था, राजस्थान का visit | प्रधानमंत्री जी : देखिये आपको तो सबसे बड़ा फायदा ये हुआ है, कि,अरुणाचल में भी वीरों की भूमि है, राजस्थान भी वीरों की भूमि है और राजस्थान से सेना में भी बहुत बड़ी संख्या में लोग हैं, और अरुणाचल में सीमा पर जो सैनिक हैं उसमें जब भी राजस्थान के लोग मिलेंगे तो आप जरुर उनसे बात करेंगे, कि देखिये,मैं राजस्थान गया था, ऐसा अनुभव था तो, आपकी तो निकटता, एकदम से बढ़ जाएगी | अच्छा आपको वहां कोई समानताएं भी ध्यान में आई होगी आपको लगता होगा हां यार ये अरुणाचल में भी तो ऐसा ही है | ग्यामर जी : मोदी जी मुझे जो एक समानता मुझे मिली न वो थी कि जो देश प्रेम है ना और जो एक भारत श्रेष्ठ भारत का जो vision और जो feeling जो मुझे देखा, क्योंकि अरुणाचल में भी लोग अपने आप को बहुत ही गर्व महसूस करते हैं कि वो भारतीय हैं इसलिये और राजस्थान में भी लोग अपनी मातृ भूमि के लिए बहुत जो गर्व महसूस होता है वो चीज़ मुझे बहुत ही ज्यादा नज़र आया और specially जो युवा पीढ़ी है ना क्योंकि मैंने उधर में बहुत सारे युवा के साथ interact और बातचीत किया ना तो वो चीज़ जो मुझे बहुत similarity नज़र आया, जो वो चाहते हैं कि भारत के लिए जो कुछ करने का और जो अपने देश के लिए प्रेम है ना वो चीज़ मुझे बहुत ही दोनों ही राज्यों में बहुत ही similarity नज़र आया | प्रधानमंत्री जी : तो वहां जो मित्र मिले हैं उनसे परिचय बढ़ाया कि आकर के भूल गए? ग्यामर जी : नहीं, हमने बढ़ाया परिचय किया | प्रधानमंत्री जी : हाँ...! तो आप Social Media में active है ? ग्यामर जी : जी मोदी जी, मैं active हूँ | प्रधानमंत्री जी : तो आपने Blog लिखना चाहिए, अपना ये युवा संगम का अनुभव कैसा रहा, आपने उसमें enrol कैसे किया, राजस्थान में अनुभव कैसा रहा ताकि देशभर के युवाओं को पता चले कि एक भारत श्रेष्ठ भारत का माहात्मय क्या है, ये योजना क्या है ? उसका फायदा युवक कैसे ले सकते हैं, पूरा अपने experience का blog लिखना चाहिए, तो बहुत लोगों को पढ़ने के लिए काम आयेगा | ग्यामर जी : जी मैं जरुर करूँगा | प्रधानमंत्री जी : ग्यामर जी, बहुत अच्छा लगा आपसे बात कर करके, और आप सब युवा देश के लिए, देश के उज्जवल भविष्य के लिए, क्योंकि ये 25 साल अत्यंत महत्वपूर्ण हैं - आपके जीवन के भी और देश के जीवन के भी, तो मेरी बहुत बहुत शुभकामनाएं है धन्यवाद | ग्यामर जी : धन्यवाद मोदी जी आपको भी | प्रधानमंत्री जी : नमस्कार, भईया | साथियो, अरुणाचल के लोग इतनी आत्मीयता से भरे होते हैं, कि उनसे बात करते हुए, मुझे, बहुत आनंद आता है | युवा संगम में ग्यामर जी का अनुभव तो बेहतरीन रहा | आइये, अब बिहार की बेटी विशाखा सिंह जी से बात करते हैं | प्रधानमंत्री जी : विशाखा जी, नमस्कार | विशाखा जी : सर्वप्रथम तो भारत के माननीय प्रधानमंत्री जी कोमेरा प्रणाम और मेरे साथ सभी Delegates की तरफ़ से आप को बहुत-बहुत प्रणाम | प्रधानमंत्री जी : अच्छा विशाखा जी पहले अपने बारे में बताइए | फिर मुझे युवा संगम के विषय में भी जानना है | विशाखा जी : मैं बिहार के सासाराम नाम के शहर की निवासी हूँ और मुझे युवा संगम के बारे में मेरे कॉलेज के WhatsApp group के message के through पता चला था सबसे पहले | तो, उसके बाद फिर मैंने पता करा इसके बारे में और detail निकाली कि ये क्या है ? तो मुझे पता चला कि ये प्रधानमंत्री जी की एक scheme ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के through युवा संगम है | तो उसके बाद मैंने apply करा और जब मैंने apply करा तो मैं excited थी इससे join होने के लिए लेकिन जब वहाँ से घूम के तमिलनाडु जा के वापस आई | वो जो exposure मैंने gain किया उसके बाद मुझे अभी बहुत ज्यादा ऐसा proud feel होता है that I have been the part of this programme, तो मुझे बहुत ही ज्यादा ख़ुशी है उस programme में part लेने की और मैं तहे दिल से आभार व्यक्त करती हूँ आपका कि आपने हमारे जैसे युवाओं के लिए इतना बेहतरीन programme बनाया जिससे हम भारत के विभिन्न भागों के culture को adapt कर सकते हैं | प्रधानमंत्री जी : विशाखा जी, आप क्या पढ़ती हैं? विशाखा जी : मैं Computer Science Engineering की Second Year की छात्रा हूँ | प्रधानमंत्री जी : अच्छा विशाखा जी, आपने किस राज्य में जाना है, कहाँ जुड़ना है ? वो निर्णय कैसे किया ? विशाखा जी : जब मैंने ये युवा संगम के बारे में search करना शुरू किया Google पर, तभी मुझे पता चल गया था कि बिहार के delegates को तमिलनाडु के delegates के साथ exchange किया जा रहा है | तमिलनाडु काफी rich cultural state है हमारे country का तो उस time भी जब मैंने ये जाना, ये देखा कि बिहार वालों को तमिलनाडु भेजा जा रहा है तो इसने भी मुझे बहुत ज्यादा मदद किया ये decision लेने में कि मुझे form fill करना चाहिए, वहाँ जाना चाहिए या नहीं और मैं सच में आज बहुत ज्यादा गौरवान्वित महसूस करती हूँ कि मैंने इसमें part लिया और मुझे बहुत खुशी है | प्रधानमंत्री जी : आपका पहली बार जाना हुआ तमिलनाडु? विशाखा जी : जी, मैं पहली बार गई थी | प्रधानमंत्री जी : अच्छा, कोई ख़ास यादगार चीज अगर आप कहना चाहें तो क्या कहेंगें? देश के युवा सुन रहें हैं आपको| विशाखा जी : जी, पूरा journey ही माने तो मेरे लिए बहुत ही ज्यादा बेहतरीन रहा है | एक-एक पड़ाव पर हमने बहुत ही अच्छी चीजें सीखी हैं | मैंने तमिलनाडु में जा के अच्छे दोस्त बनाए हैं | वहाँ के culture को adapt किया है | वहाँ के लोगों से मिली मैं | लेकिन सबसे ज्यादा अच्छी चीज जो मुझे लगी वहाँ पे वो पहली चीज़ तो ये कि किसी को भी मौका नहीं मिलता है ISRO में जाने का और हम delegates थे तो हमें ये मौका मिला था कि हम ISRO में जाएँ Plus दूसरी बात सबसे अच्छी थी वो जब हम राजभवन में गए और हम तमिलनाडु के राज्यपाल जी से मिले | तो वो दो moment जो था वो मेरे लिए काफी सही था और मुझे ऐसा लगता है कि जिस age में हम हैं as a youth हमें वो मौका नहीं मिल पाता जो कि युवा संगम के through मिला है | तो ये काफ़ी सही और सबसे यादगार moment था मेरे लिए | प्रधानमंत्री जी :बिहार में तो खाने का तरीका अलग है, तमिलनाडु में खाने का तरीका अलग है | विशाखा जी : जी | प्रधानमंत्री जी : तो वो set हो गया था पूरी तरह ? विशाखा जी : वहाँ जब हम लोग गए थे, तो South Indian Cuisine है वहाँ पे तमिलनाडु में | तो जैसे ही हम लोग गए थे तो वहाँ जाते के साथ हमें डोसा, इडली, सांभर, उत्तपम, वड़ा, उपमा ये सब serve किया गया था | तो पहले जब हमने try करा तो that was too good! वहाँ का खाना जो है वो बहुत ही healthy है actually बहुत ही ज्यादा taste में भी बेहतरीन है और हमारे North के खाने से बहुत ही ज्यादा अलग है तो मुझे वहाँ का खाना भी बहुत अच्छा लगा और वहाँ के लोग भी बहुत अच्छे लगे | प्रधानमंत्री जी : तो अब तो दोस्त भी बन गए होंगे तमिलनाडु में ? विशाखा जी : जी ! जी वहाँ पर हम रुके थे NIT Trichy में, उसके बाद IIT Madras में तो उन दोनों जगह के Students से तो मेरी दोस्ती हो गई है | Plus बीच में एक CII का Welcome Ceremony था तो वहां पे वहाँ के आस-पास के college के भी बहुत सारे students आये थे | तो वहाँ हमने उन students से भी interact किया और मुझे बहुत अच्छा लगा उन लोगों से मिल के, काफ़ी लोग तो मेरे दोस्त भी हैं | और कुछ delegate से भी मिले थे जो तमिलनाडु के delegate बिहार आ रहे थे तो हमारी बातचीत उनसे भी हुई थी और हम अभी भी आपस में बात करते हैं तो मुझे बहुत अच्छा लगता है | प्रधानमंत्री जी : तो विशाखा जी, आप एक blog लिखिए और social media पर ये आपको पूरा अनुभव एक तो इस युवा संगम का फिर ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ का और फिर तमिलनाडु में अपनापन जो मिला, जो आपको स्वागत-सत्कार हुआ | तमिल लोगों का प्यार मिला, ये सारी चीजें देश को बताइये आप | तो लिखोगी आप ? विशाखा जी : जी जरुर ! प्रधानमंत्री जी : तो मेरी तरफ़ से आपको बहुत शुभकामना है और बहुत-बहुत धन्यवाद | चन्द्रमौलि सिंह प्रवक्ता,भाजपा अमेठी।
*जनपद में सुना गया मन की बात*
गौरीगंज अमेठी। आज प्रधानमंत्री जी के 101 वें मन की बात एपिसोड को जनपद के सभी कार्यकर्ता ने बूथों पर सुना जनपद के प्रमुख कार्यकर्ता नेता सबके साथ बैठकर मन की बात को सुना।
प्रमुख रूप से जिला अध्यक्ष भाजपा दुर्गेश त्रिपाठी पूर्व जिला अध्यक्ष भाजपा दयाशंकर यादव जिला कोषाध्यक्ष राम प्रसाद मिश्रा जिला उपाध्यक्ष उपमा सरोज जिला उपाध्यक्ष भवानी दीक्षित प्रवीण सिंह अंजनी सिंह जिला महामंत्री सुधांशु शुक्ला राकेश त्रिपाठी भागीरथी मौर्य जिला मंत्री कुमार अमर सिंह प्रभात शुक्ला अमरनाथ पासी अजय विश्वकर्मा नीलम भारती अशोक मौर्य अतुल सिंह मनोज जायसवाल जिला प्रवक्ता चन्द्रमौलि सिंह सहित सभी प्रमुख लोगों ने सुना।
प्रधानमंत्री जी के 101 वें एपिसोड में प्रमुख विषय पर प्रकाश डाला :
'मन की बात’ में एक बार फिर, आप सभी का बहुत-बहुत स्वागत है | इस बार ‘मन की बात’ का ये एपिसोड 2nd century का प्रारंभ है | पिछले महीने हम सभी ने इसकी special century को Celebrate किया है | आपकी भागीदारी ही इस कार्यक्रम की सबसे बड़ी ताकत है | 100वें एपिसोड के Broadcast के समय, एक प्रकार से पूरा देश एक सूत्र में बंध गया था | हमारे सफाईकर्मी भाई-बहन हों या फिर अलग-अलग sectors के दिग्गज, ‘मन की बात’ ने सबको एक साथ लाने का काम किया है| आप सभी ने जो आत्मीयता और स्नेह ‘मन की बात’ के लिए दिखाया है, वो अभूतपूर्व है, भावुक कर देने वाला है |
जब ‘मन की बात’ का प्रसारण हुआ, तो उस समय दुनिया के अलग-अलग देशों में, अलग-अलग Time zone में, कहीं शाम हो रही थी तो कहीं देर रात थी, इसके बावजूद, बड़ी संख्या में लोगों ने 100वें एपिसोड को सुनने के लिए समय निकाला | मैंने हजारों मील दूर New Zealand का वो विडियो भी देखा, जिसमें 100 वर्ष की एक माताजी अपना आशीर्वाद दे रही हैं | ‘मन की बात’ को लेकर देश-विदेश के लोगों ने अपने विचार रखे हैं | बहुत सारे लोगों ने Constructive Analysis भी किया है | लोगों ने इस बात को appreciate किया है कि ‘मन की बात’ में देश और देशवासियो की उपलब्धियों की ही चर्चा होती है | मैं एक बार फिर आप सभी को इस आशीर्वाद के लिए पूरे आदर के साथ धन्यवाद देता हूं |
मेरे प्यारे देशवासियो, बीते दिनों हमने ‘मन की बात’ में काशी- तमिल संगमम की बात की, सौराष्ट्र-तमिल संगमम की बात की | कुछ समय पहले ही वाराणसी में, काशी-तेलुगू संगमम भी हुआ | एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना को ताकत देने वाला ऐसे ही एक और अनूठा प्रयास देश में हुआ है | ये प्रयास है, युवा संगम का | मैंने सोचा, इस बारे में विस्तार से क्यों न उन्हीं लोगों से पूछा जाए, जो इस अनूठे प्रयास का हिस्सा रहे हैं | इसलिए अभी मेरे साथ फ़ोन पर दो युवा जुड़े हुए हैं - एक हैं अरुणाचल प्रदेश के ग्यामर न्योकुम जी और दूसरी बेटी है बिहार की बिटिया विशाखा सिंह जी | आइए पहले हम ग्यामर न्योकुम से बात करते हैं |
प्रधानमंत्री जी : ग्यामर जी, नमस्ते !
ग्यामर जी : नमस्ते मोदी जी !
प्रधानमंत्री जी : अच्छा ग्यामर जी जरा सबसे पहले तो मैं आपके
विषय में जानना चाहता हूँ |
ग्यामर जी – मोदी जी सबसे पहले तो मैं आपका और भारत सरकार का बहुत ही ज्यादा आभार व्यक्त करता हूँ, कि आपने बहुत कीमती Time निकाल के मुझ से बात करने का मुझे मौका दिया मैं National Institute Of Technology, Arunachal Pradesh में First year में Mechanical Engineering में पढ़ रहा हूँ
प्रधानमंत्री जी : और परिवार में क्या करते हैं पिताजी वगैरह |
ग्यामर जी : जी मेरे पिताजी छोटे मोटे business और उसके बाद
कुछ farming में सब करते हैं |
प्रधानमंत्री जी : युवा संगम के लिए आपको पता कैसे चला, युवा
संगम में गए कहाँ, कैसे गए, क्या हुआ ?
ग्यामर जी : मोदी जी मुझे युवा संगम का हमारे जो institution हैं
जो NIT हैं उन्होंने हमें बताया था कि आप इसमें भाग ले सकते हैं | तो मैंने फिर थोड़ा internet में खोज किया फिर मुझे पता चला कि ये बहुत ही अच्छा Programme है जिसने मुझे एक भारत श्रेष्ठ भारत का जो visionहै उसमें भी बहुत ही योगदान दे सकते हैं और मुझे कुछ नया चीज़ जानने का मौका मिलेगा ना, तो तुरंत, मैंने, फिर, उसमें website में जाके enrol किया | मेरा अनुभव बहुत ही मजेदार रहा, बहुत ही अच्छा था |
प्रधानमंत्री जी : कोई selection आप को करना था?
ग्यामर जी : मोदी जी जब website खोला था तो अरुणाचल वालों
के लिए दो option था | पहला था आँध्रप्रदेश जिसमें IIT तिरुपति था और दूसरा था Central University, Rajasthan तो मैंने राजस्थान में किया था अपना First preference, Second Preference मैंने IIT तिरुपति किया था | तो मुझे राजस्थान के लिए select हुआ था | तो मैं राजस्थान गया था |
प्रधानमंत्री जी : कैसा रहा आपका राजस्थान यात्रा? आप पहली बार राजस्थान गए थे!
ग्यामर जी : हाँ मैं पहली बार अरुणाचल से बाहर गया था मैंने तो जो राजस्थान के किले ये सब तो मैंने बस फिल्म और फ़ोन में ही देखा था न, तो, मैंने, जब, पहली बार गया तो मेरा experience बहुत ही वहां के लोग बहुत ही अच्छे थे और जो हमें treatment दिया बहुत ही ज्यादा अच्छे थे | क्या हमें नया-नया चीज़ सीखने को मिला मुझे राजस्थान के बड़े झील और उधर के लोग जैसे कि rain water harvesting बहुत कुछ नया-नया चीज़ सीखने को मिला, जो मुझे बिलकुल ही मालूम नहीं था, तो, ये programme मुझे बहुत ही अच्छा था, राजस्थान का visit |
प्रधानमंत्री जी : देखिये आपको तो सबसे बड़ा फायदा ये हुआ है, कि,अरुणाचल में भी वीरों की भूमि है, राजस्थान भी वीरों की भूमि है और राजस्थान से सेना में भी बहुत बड़ी संख्या में लोग हैं, और अरुणाचल में सीमा पर जो सैनिक हैं उसमें जब भी राजस्थान के लोग मिलेंगे तो आप जरुर उनसे बात करेंगे, कि देखिये,मैं राजस्थान गया था, ऐसा अनुभव था तो, आपकी तो निकटता, एकदम से बढ़ जाएगी | अच्छा आपको वहां कोई समानताएं भी ध्यान में आई होगी आपको लगता होगा हां यार ये अरुणाचल में भी तो ऐसा ही है |
ग्यामर जी : मोदी जी मुझे जो एक समानता मुझे मिली न वो थी कि जो देश प्रेम है ना और जो एक भारत श्रेष्ठ भारत का जो vision और जो feeling जो मुझे देखा, क्योंकि अरुणाचल में भी लोग अपने आप को बहुत ही गर्व महसूस करते हैं कि वो भारतीय हैं इसलिये और राजस्थान में भी लोग अपनी मातृ भूमि के लिए बहुत जो गर्व महसूस होता है वो चीज़ मुझे बहुत ही ज्यादा नज़र आया और specially जो युवा पीढ़ी है ना क्योंकि मैंने उधर में बहुत सारे युवा के साथ interact और बातचीत किया ना तो वो चीज़ जो मुझे बहुत similarity नज़र आया, जो वो चाहते हैं कि भारत के लिए जो कुछ करने का और जो अपने देश के लिए प्रेम है ना वो चीज़ मुझे बहुत ही दोनों ही राज्यों में बहुत ही similarity नज़र आया |
प्रधानमंत्री जी : तो वहां जो मित्र मिले हैं उनसे परिचय बढ़ाया कि
आकर के भूल गए?
ग्यामर जी : नहीं, हमने बढ़ाया परिचय किया |
प्रधानमंत्री जी : हाँ...! तो आप Social Media में active है ?
ग्यामर जी : जी मोदी जी, मैं active हूँ |
प्रधानमंत्री जी : तो आपने Blog लिखना चाहिए, अपना ये युवा संगम
का अनुभव कैसा रहा, आपने उसमें enrol कैसे किया, राजस्थान में अनुभव कैसा रहा ताकि देशभर के युवाओं को पता चले कि एक भारत श्रेष्ठ भारत का माहात्मय क्या है, ये योजना क्या है ? उसका फायदा युवक कैसे ले सकते हैं, पूरा अपने experience का blog लिखना चाहिए, तो बहुत लोगों को पढ़ने के लिए काम आयेगा |
ग्यामर जी : जी मैं जरुर करूँगा |
प्रधानमंत्री जी : ग्यामर जी, बहुत अच्छा लगा आपसे बात कर करके,
और आप सब युवा देश के लिए, देश के उज्जवल भविष्य के लिए, क्योंकि ये 25 साल अत्यंत महत्वपूर्ण हैं - आपके जीवन के भी और देश के जीवन के भी, तो मेरी बहुत बहुत शुभकामनाएं है धन्यवाद |
ग्यामर जी : धन्यवाद मोदी जी आपको भी |
प्रधानमंत्री जी : नमस्कार, भईया |
साथियो, अरुणाचल के लोग इतनी आत्मीयता से भरे होते हैं, कि उनसे बात करते हुए, मुझे, बहुत आनंद आता है | युवा संगम में ग्यामर जी का अनुभव तो बेहतरीन रहा | आइये, अब बिहार की बेटी विशाखा सिंह जी से बात करते हैं |
प्रधानमंत्री जी : विशाखा जी, नमस्कार |
विशाखा जी : सर्वप्रथम तो भारत के माननीय प्रधानमंत्री जी कोमेरा प्रणाम और मेरे साथ सभी Delegates की तरफ़ से आप को बहुत-बहुत प्रणाम |
प्रधानमंत्री जी : अच्छा विशाखा जी पहले अपने बारे में बताइए | फिर मुझे युवा संगम के विषय में भी जानना है |
विशाखा जी : मैं बिहार के सासाराम नाम के शहर की निवासी हूँ और मुझे युवा संगम के बारे में मेरे कॉलेज के WhatsApp group के message के through पता चला था सबसे पहले | तो, उसके बाद फिर मैंने पता करा इसके बारे में और detail निकाली कि ये क्या है ? तो मुझे पता चला कि ये प्रधानमंत्री जी की एक scheme ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के through युवा संगम है | तो उसके बाद मैंने apply करा और जब मैंने apply करा तो मैं excited थी इससे join होने के लिए लेकिन जब वहाँ से घूम के तमिलनाडु जा के वापस आई | वो जो exposure मैंने gain किया उसके बाद मुझे अभी बहुत ज्यादा ऐसा proud feel होता है that I have been the part of this programme, तो मुझे बहुत ही ज्यादा ख़ुशी है उस programme में part लेने की और मैं तहे दिल से आभार व्यक्त करती हूँ आपका कि आपने हमारे जैसे युवाओं के लिए इतना बेहतरीन programme बनाया जिससे हम भारत के विभिन्न भागों के culture को adapt कर सकते हैं |
प्रधानमंत्री जी : विशाखा जी, आप क्या पढ़ती हैं?
विशाखा जी : मैं Computer Science Engineering की Second Year की छात्रा हूँ |
प्रधानमंत्री जी : अच्छा विशाखा जी, आपने किस राज्य में जाना है, कहाँ जुड़ना है ? वो निर्णय कैसे किया ?
विशाखा जी : जब मैंने ये युवा संगम के बारे में search करना शुरू किया Google पर, तभी मुझे पता चल गया था कि बिहार के delegates को तमिलनाडु के delegates के साथ exchange किया जा रहा है | तमिलनाडु काफी rich cultural state है हमारे country का तो उस time भी जब मैंने ये जाना, ये देखा कि बिहार वालों को तमिलनाडु भेजा जा रहा है तो इसने भी मुझे बहुत ज्यादा मदद किया ये decision लेने में कि मुझे form fill करना चाहिए, वहाँ जाना चाहिए या नहीं और मैं सच में आज बहुत ज्यादा गौरवान्वित महसूस करती हूँ कि मैंने इसमें part लिया और मुझे बहुत खुशी है |
प्रधानमंत्री जी : आपका पहली बार जाना हुआ तमिलनाडु?
विशाखा जी : जी, मैं पहली बार गई थी |
प्रधानमंत्री जी : अच्छा, कोई ख़ास यादगार चीज अगर आप कहना चाहें तो क्या कहेंगें? देश के युवा सुन रहें हैं आपको|
विशाखा जी : जी, पूरा journey ही माने तो मेरे लिए बहुत ही ज्यादा बेहतरीन रहा है | एक-एक पड़ाव पर हमने बहुत ही अच्छी चीजें सीखी हैं | मैंने तमिलनाडु में जा के अच्छे दोस्त बनाए हैं | वहाँ के culture को adapt किया है | वहाँ के लोगों से मिली मैं | लेकिन सबसे ज्यादा अच्छी चीज जो मुझे लगी वहाँ पे वो पहली चीज़ तो ये कि किसी को भी मौका नहीं मिलता है ISRO में जाने का और हम delegates थे तो हमें ये मौका मिला था कि हम ISRO में जाएँ Plus दूसरी बात सबसे अच्छी थी वो जब हम राजभवन में गए और हम तमिलनाडु के राज्यपाल जी से मिले | तो वो दो moment जो था वो मेरे लिए काफी सही था और मुझे ऐसा लगता है कि जिस age में हम हैं as a youth हमें वो मौका नहीं मिल पाता जो कि युवा संगम के through मिला है | तो ये काफ़ी सही और सबसे यादगार moment था मेरे लिए |
प्रधानमंत्री जी :बिहार में तो खाने का तरीका अलग है, तमिलनाडु में खाने का तरीका अलग है |
विशाखा जी : जी |
प्रधानमंत्री जी : तो वो set हो गया था पूरी तरह ?
विशाखा जी : वहाँ जब हम लोग गए थे, तो South Indian Cuisine है वहाँ पे तमिलनाडु में | तो जैसे ही हम लोग गए थे तो वहाँ जाते के साथ हमें डोसा, इडली, सांभर, उत्तपम, वड़ा, उपमा ये सब serve किया गया था | तो पहले जब हमने try करा तो that was too good! वहाँ का खाना जो है वो बहुत ही healthy है actually बहुत ही ज्यादा taste में भी बेहतरीन है और हमारे North के खाने से बहुत ही ज्यादा अलग है तो मुझे वहाँ का खाना भी बहुत अच्छा लगा और वहाँ के लोग भी बहुत अच्छे लगे |
प्रधानमंत्री जी : तो अब तो दोस्त भी बन गए होंगे तमिलनाडु में ?
विशाखा जी : जी ! जी वहाँ पर हम रुके थे NIT Trichy में, उसके बाद IIT Madras में तो उन दोनों जगह के Students से तो मेरी दोस्ती हो गई है | Plus बीच में एक CII का Welcome Ceremony था तो वहां पे वहाँ के आस-पास के college के भी बहुत सारे students आये थे | तो वहाँ हमने उन students से भी interact किया और मुझे बहुत अच्छा लगा उन लोगों से मिल के, काफ़ी लोग तो मेरे दोस्त भी हैं | और कुछ delegate से भी मिले थे जो तमिलनाडु के delegate बिहार आ रहे थे तो हमारी बातचीत उनसे भी हुई थी और हम अभी भी आपस में बात करते हैं तो मुझे बहुत अच्छा लगता है |
प्रधानमंत्री जी : तो विशाखा जी, आप एक blog लिखिए और social media पर ये आपको पूरा अनुभव एक तो इस युवा संगम का फिर ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ का और फिर तमिलनाडु में अपनापन जो मिला, जो आपको स्वागत-सत्कार हुआ | तमिल लोगों का प्यार मिला, ये सारी चीजें देश को बताइये आप | तो लिखोगी आप ?
विशाखा जी : जी जरुर !
प्रधानमंत्री जी : तो मेरी तरफ़ से आपको बहुत शुभकामना है और बहुत-बहुत धन्यवाद |
चन्द्रमौलि सिंह
प्रवक्ता,भाजपा अमेठी।
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